फालना । विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने शनिवार को अपनी दूसरी लिस्ट जारी की। जिसमे बाली विधानसभा से एक बार फिर पुष्पेंद्र सिंह राणावत पर भरोसा जताया गया है। पुष्पेंद्रसिंह राणावत यहां से 2002 लगातार जीत रहे हैं। तब यहां उपचुनाव हुआ था। इस उपचुनाव में जीते राणावत की कांग्रेस आज तक कोई काट नहीं निकाल पाई है। 53 साल के पुष्पेंद्र सिंह का राजनीति सफर 1993 में ग्राम सेवा सहकारी समिति के चुनाव से शुरु हुआ। जिसके बाद वे 2000 में प्रधान बने। 2002 में तत्कालीन विधायक भैरोसिंह शेखावत के उपराष्ट्रपति बनने पर यह सीट खाली हो गई थी। जिस पर यहां उपचुनाव हुए और पुष्पेंद्रसिंह राणावत को भाजपा से टिकट मिला। चुनाव में राणावत जीते और तब से यह सीट उनके कब्जे में है। वही 1993 से जीत रही हे भाजपा ओर बाली सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती है। यहां 1993 से भाजपा जीतती आ रही है। तब भैरोसिंह शेखावत ने यहां से चुनाव लड़ा और जीते। बाद में वे मुख्यमंत्री बने। इससे अगला चुनाव 1998 में भी यहां से भैरोसिंह शेखावत जीते। कांग्रेस ने यहां से 2003 और 2008 में जयसिंह को टिकट दिया। इसके अलावा हर बार उसने अपना प्रत्याशी बदला। 2018 में तो कांग्रेस ने यह सीट एनसीपी को दे दी। ओर जिस पर एनसीपी को हार झेलनी पड़ी । वही बाली विधानसभा से एक बार फिर पुष्पेंद्र सिंह राणावत को भाजपा का टिकट मिलने पर पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ी व आतिशबाजी कर खुशी मनाई गई ।