जवाली(रानी) श्री आईजी विद्यापीठ संस्थान जवाली (रानी) की बालिकाओ के लिए भामाशाह श्रीमान केसाराम जी सुपुत्र श्री मन्नाराम जी काग निवासी सोडावास एवं श्रीमान आदाराम जी सुपुत्र श्री कसाराम जी चोयल निवासी सोनाई माँझी ने अपनी ओर से अच्छी गुणवत्ता के स्कूल बैग क्रय किए। श्री आई जी विद्यापीठ संस्थान जवाली के प्रार्थना हॉल में बैग वितरण समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुभ शुरुआत भारतीय सनातन परम्परा के अनुसार सम्मानीय अतिथि एव भामाशाह श्रीमान केसाराम जी काग तथा श्रीमान आदाराम जी चोयल के द्वारा माँ श्री आईजी एव ज्ञान की देवी माँ सरस्वती जी की प्रतिमा को माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन करके हुए।बालिकाओ ने मधुर स्वर ने दीप प्रज्वलन गायन किया।इसके बाद भारतीय संस्कृति में अतिथि देवो भवः की परम्परा के तहत भामाशाहों का संस्थान परिवार की ओर से माल्यार्पण व साफा वन्दन कर आदर सत्कार किया गया।
संस्थान के अध्यक्ष श्रीमान नेमीचंद जी परिहार ने भामाशाह श्रीमान आदाराम जी चोयल का साफा वन्दन किया तथा उपाध्यक्ष श्रीमान घीसाराम जी लचेटा ने माल्यार्पण कर अभिनंदन किया।
संस्थान के प्रधानाचार्य श्रीमान जसाराम जी वरपा ने भामाशाह श्रीमान केसाराम जी काग का साफा वन्दन किया तथा सचिव हीराराम गेहलोत ने माल्यार्पण कर अभिनंदन किया।। संस्थान की कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्य श्रीमान गमनाराम जी परमार ने भामाशाह परिवार के संबंधी श्रीमान मोहनलाल जी वरपा बूसी का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया। उप प्रधानाचार्य श्रीमान कमला जी सीरवी ने श्रीमती देवी का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया।
अभिनंदन की रस्मों-रिवाज के बाद सन्स्थान के प्रधानाचार्य श्रीमान जसाराम जी वरपा, अध्यक्ष श्रीमान नेमीचंद जी परिहार,उपाध्यक्ष श्रीमान घीसाराम जी लचेटा तथा सचिव श्रीमान हीराराम गेहलोत ने अपने उद्बोधन में भामाशाह परिवार के द्वारा बैग भेंट करने के कार्य की मुक्तकण्ठ से प्रशंसा की तथा उनके द्वारा किए गए योगदान के लिए बहुत-बहुत आभार अभिनंदन किया। उद्बोधन के बाद भामाशाह श्रीमान केसाराम जी काग एव श्रीमान आदाराम जी चोयल के कर कमलों से बालिकाओ को बैग वितरित किए गए।
सचिव हीराराम गेहलोत ने अपने प्रिय शिष्य राजेन्द्र सुपुत्र श्रीमान केसाराम जी काग तथा कालूराम सुपुत्र श्रीमान आदाराम जी चोयल को श्री आईजी विद्यापीठ संस्थान जवाली की बालिकाओ के लिए स्कूल बैग भेंट करने की बात की ,उन्होंने सहजता से स्वीकार किया और एक गुरु के आदेश की पालना में उन्होंने बहुत ही अच्छी गुणवत्ता के 600 बैग क्रय किए,इसके लिए लगभग एक लाख सत्तर हजार रुपये व्यय हुए तथा संस्थान में पहुंचाए,जिसका आज उन दोनों के पिताश्री के कर कमलों द्वारा बैग वितरित किए गए।
संस्थान के अध्यक्ष श्रीमान नेमीचंद जी परिहार ने भामाशाहों का आभार जताया,उनको धन्यवाद दिया तथा उनके परिवार जनों के लिए सुख-समृद्धि की कामना की।